स्ती का प्रतिरोध : चित्रा मुदूगल के उपन्यास 'एक ज़मीन अपनी में'(STRI KA PRATIRODH: CHITRA MUDUGAL KE UPANYAS 'EK ZAMEEN APNI MEIN)
विजयश्री के.वि. (VIJAYSREE K.V.)
स्ती का प्रतिरोध : चित्रा मुदूगल के उपन्यास 'एक ज़मीन अपनी में'(STRI KA PRATIRODH: CHITRA MUDUGAL KE UPANYAS 'EK ZAMEEN APNI MEIN) - MAYURA JAWAHAR PUSTAKALAYA 2010 - 103P.
978-81-8111-166-1
Feminism - Hindi Literature --
Strivaad - Hindi Sahity
स्त्रीवाद-हिन्दी साहित्य--
स्ती का प्रतिरोध : चित्रा मुदूगल के उपन्यास 'एक ज़मीन अपनी में' STRI KA PRATIRODH: CHITRA MUDUGAL KE UPANYAS 'EK ZAMEEN APNI MEIN)
396(H) / VIJ/S
स्ती का प्रतिरोध : चित्रा मुदूगल के उपन्यास 'एक ज़मीन अपनी में'(STRI KA PRATIRODH: CHITRA MUDUGAL KE UPANYAS 'EK ZAMEEN APNI MEIN) - MAYURA JAWAHAR PUSTAKALAYA 2010 - 103P.
978-81-8111-166-1
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स्ती का प्रतिरोध : चित्रा मुदूगल के उपन्यास 'एक ज़मीन अपनी में' STRI KA PRATIRODH: CHITRA MUDUGAL KE UPANYAS 'EK ZAMEEN APNI MEIN)
396(H) / VIJ/S